राष्ट्रीय मेघवाल महासंघ अब मेघवाल समाज संघ के नए नाम से पंजीकृत हैं। इसी के साथ इसका विस्तार कई अन्य देशों में हो जाने से यह मेघवाल समाज की सर्वोच्च अन्तर्राष्ट्रीय संस्था हो गई हैं। इसके संस्थापक विद्यावारिधि आचार्य गुरूप्रसाद व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजस्थान के हनुमानसिंह निर्भय हैं।
संघ का मुख्य उद्देश्य एक ही ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के समकक्ष समाज-मेघ,मेघवाल,मेघवंशी,बलाई,राजबलाई,भाम्बी,बुनकर,सूत्रकार,सालवी,ऋषि यानी रिखिया,कबीरपंथी,कबीरपंथी जुलाहा जाटा-मारू-बस्सी,बशिष्ठ आदि विभिन्न नामों से ख्यात मेघवाल समाज को एक सूत्र में पिरोना हैं तथा उनमें परस्पर भावनात्मक एवं संघात्मक एकता स्थापित करना हैं।
मेघवाल समाज संघ के जरिए आचार्य गुरूप्रसाद काफी लंबे समय से देश भर के समाज बंधुओं को एकजुट करने में लगे हुए हैं। जिसमेें उन्हें उल्लेखनीय सफलता हासिल हुई हैं। जब से हनुमानसिंह निर्भय ने कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाते कार्यभार संभाला हैं तब से मेघवाल समाज संघ ने राजस्थान तथा अन्य प्रदेशों में दलित संगठनों के साथ मिलकर आंदोलनात्मक एवं संगठनात्मक कामों को शुरू किया हैं,खासतौर से दलितों के भूमि अधिकारों की सुरक्षा तथा अन्याय,उत्पीडऩ,शोषण एवं अत्याचारों से मुक्ति के लिए लोगों को संगठित कर प्रतिकार के लिए तैयार किया जा रहा हैं। सामाजिक न्याय यात्रा भी इसी प्रयास का एक विस्तृत स्वरूप हैं। आचार्यजी व निर्भयजी ने मेघवालजनों से संघ से जुडक़र सामाजिक एकता के इस अभियान को आगे बढ़ाने का आह्वान किया हैं। संपर्क करे-
-आचार्य गुरूप्रसाद,संस्थापक,मेघवाल समाज संघ,प्रधान कार्यालय जी-1-64,उत्तम नगर,स्टेट बैंक के सामने,नई दिल्ली
यह जानकारी देने के लिए आभार.
ReplyDeleteमेघयुग ब्लॉग् की यह पोस्ट आपको पंसद आई। आपने इसे प्रकाशित किया। अच्छा लगा।
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